Wednesday, July 28, 2010

बादल मामा, वर्षा मौसी

आप सभी के साथ है रिश्ता, मुझको अच्छा लगता पिश्ता। मैँ बादल मामा पर बैठी , वर्षा मौसी तू क्योँ ऐँठी। रोज यहाँ पानी बरसाती, उत्तर भारत क्यों न जाती। मेरे नाना तुझे बुलाते, बेटी को नित फोन लगाते। उनकी भी तुम प्यास बुझा दो , नानी घर पानी बरसा दो।

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