Thursday, August 12, 2010

बाल कविता -स्वतंत्रता दिवस-15 अगस्त

स्वतंत्र हैं स्वतंत्रता दिवस पे हम, ये जान लो । देश -आन को हि अपनी आन,लोगों मान लो। देश की प्रगति के बिन, हमारी कुछ वकत नहीं। देश पहले है तभी तो हम हैं, वर्ना हम नहीं। कर्म की महानता हि, धर्म को करे बड़ा। देश की विशालता हि, क्रांति को करे खड़ा। सबसे पहले शांति हो, अमन भी हो; ओ चैन भी। सबके बाजुओँ का दम लगे तो,भागे रैन भी। हम तो देश पुत्र हैं, ओ धरती के सुपुत्र भी। युद्ध में जो डट खड़े हों,भाग जाए शत्रु भी। -उदय भान गुप्ता

1 comment: